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GK Trick – Layers of Atmosphere || वायुमंडल की परतें

नमस्कार दोस्तो,  वायुमंडल की परतों – Layers of Atmosphere से संबंधित बहुत से Question अक्सर Exam में आते रहते है ! लेकिन हम अक्सर वायुमंडल की परतों – Layers of Atmosphere का क्रम भूल जाते है कि कौन सी परत पहले है और कौन सी बाद में ! तो आज हम आपको वायुमंडल की परतों – Layers of Atmosphere को क्रमबद्ध (ऊपर से नीचे की ओर) तरीके से याद रखने की GK Trick बताऐंगे ! और साथ वायुमंडल का संघटन और इसकी समस्त परतों के बारे में जानकारी देंगे !

इस Trick को जानने से पहले हम यह जानेंगे कि warriors supporters gear miele tiefkühler motore vespa vmb1m classifica giochi da tavolo adulti mode de lunette de soleil 2017 lavori con carta per natale amazon vestes sans manches entropia skill scanner smaltimento medicinali scaduti adidas one piece porque mi aire acondicionado sale ec disfraz cazavmppiros chica a1j8z timberland fashion collar giochi da fare al computer per bambini आखिर वायुमंडल है क्या? व इसकी संरचना क्या है और इसके अंदर कौन सी गैस किस मात्रा में पाई जाती है ! 

Layers of Atmosphere

वायुमंडल क्या है ? ( What is the Atmosphere? )

  • वायुमंडल पृथ्वी के चारों ओर हवा के विस्तृत भंडार को कहते हैं ! यह सौर विकिरण की लघु तरंगों को पृथ्वी के धरातल तक आने देता है , परंतु पार्थिव विकिरण की लंबी तरंगों के लिए अवरोधक बनता है ! इस प्रकार यह ऊष्मा को रोककर विशाल “ग्लास हाउस” की भांति कार्य करता है , जिससे पृथ्वी पर औसतन 15 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान बना रहता है  ! यही तापमान पृथ्वी पर जीव मंडल के विकास का आधार है !
  • यद्यपि वायु मंडल का विस्तार लगभग 29000 किलोमीटर ऊंचाई तक मिलता है ! परंतु वायु मंडल का 99% भार सिर्फ 32 किलोमीटर तक ही सीमित है !

वायुमंडल का संघटन ( Atmosphere Composition )

वायुमंडल में अनेक गैसों का मिश्रण है ! सर्वाधिक मात्रा में नाइट्रोजन तथा उसके बाद क्रमशः ऑक्सीजन , आर्गन व कार्बन डाइऑक्साइड का स्थान आता है  ! इसके अलावा जलबाष्प , धूल के कण तथा अन्य अशुद्धियां भी असमान मात्रा में वायुमंडल में मौजूद रहती हैं ! विभिन्न गैसों की 99% भाग  मात्र 32 किलोमीटर की ऊंचाई तक सीमित है , जबकि धूल कणों व जलवाष्प का 90% भाग अधिकतम 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक मिलता है !

  1. नाइट्रोजन ( N2 ) – 78%
  2. ऑक्सीजन ( O2 ) – 21%
  3. आर्गन ( Ar ) – 0.93 %
  4. कार्बन डाइऑक्साइड – 0.03%

 वायुमंडल की विभिन्न परतें ( Layer of Atmosphere ) 

वायुमंडल की परतों को मुख्यतः पांच भागों में बांटा गया है – 

GK Trick - वायुमंडल की परतें
Layers of Atmosphere – वायुमंडल की परतें

1 – क्षोभमण्डल ( 0 से 8/18  किमी )

  • यह मण्डल जैव मण्डलीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि मौसम संबंधी सारी घटनाएं इसी में घटित होती हैं। 
  • मौसम संबंधी सभी परिवर्तन इसी में होनें के कारण इसे परिवर्तन मंडल भी कहते हैं !
  • प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर वायु का तापमान 1 डिग्री सेल्सियस की औसत दर से घटता है। इसे सामान्य ताप पतन दर कहते है।
  • इस मण्डल की सीमा विषुवत वृत्त के ऊपर 18 किमी की ऊंचाई तक तथा ध्रवों के ऊपर लगभग 8 किमी तक है।
  • ऊपरी क्षोभमंडल में जेट वायुधारा प्रवाहित होती है !
  • जलबाष्प , धूलकणों का अधिकांश भाग इसी में मिलता है ! 

2-समतापमण्डल 

  • इसका विस्तार 8 या 18 किमी से 50 किमी तक होता है !
  • इसमें ओजोन परत ( 15 से 35 किमी ) पाऐ जानें के कारण इसे ओजोन मंडल भी कहते हैं !
  • ओज़ोन गैस सौर्यिक विकिरण की हानिकारक पराबैंगनी किरणों को सोख लेती है और उन्हें भूतल तक नहीं पहुंचने देती है तथा पृथ्वी को अधिक गर्म होने से बचाती हैं।
  • इस मण्डल में प्रारंभ में तापमान स्थिर रहता है तथा 20 किमी के बाद बढनें लगता है ! ऐसा ओजोन गैसों की उपस्थिति के कारण होता है , जोकि पराबैगनी किरणों को अबशोषित कर तापमान बढा देती हैं !
  • समताप मण्डल बादल तथा मौसम संबंधी घटनाओं से मुक्त रहता है।
  • इस मण्डल के निचले भाग में जेट वायुयान के उड़ान भरने के लिए आदर्श दशाएं हैं।

3-मध्य मण्डल ( 50 से 80 किमी )

  • इसका विस्तार 50-55 किमी से 80 किमी तक है।
  • इस मण्डल में तापमान ऊंचाई के साथ घटता जाता है तथा लगभग -100 डिग्री सेंटीग़्रेट तक पहुच जाता है , जोकि वायुमंडल का न्युनतम तापमान हैं ! व इसकी ऊपरी सीमा से बाद पुन: ताप में व्रद्धि होने लगती है ! 

4-आयन मण्डल ( 80 से 640 किमी )

  • इस मण्डल में ऊंचाई के साथ ताप में तेजी से वृद्धि होती है।
  • इसमें विद्युत आवेशित कणों की अधिकता होती है ,जिहें आयन कहा जाता है ! इन्ही की अधिकता के कारण इस मंडल का नाम आयन मंडल है ! ये कण रेडियो तरंगों को भूपृष्ठ पर परावर्तित करते हैं और बेतार संचार को संभव बनाते हैं।

5-बाह्यमण्डल ( 640 किमी से ऊपर )

  • इसे वायुमण्डल का सीमांत क्षेत्र कहा जाता है। इस मण्डल की वायु अत्यंत विरल होती है।
  • यहां गैसों का घनत्व बहुत कम पाया जाता है , यहां हाइट्रोजन व हीलियम गैसों की प्रधानता होती है ! 

तो दोस्तो उम्मीद है कि आपको वायुमंडल की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी ! इसमें मुख्य समस्या आती है सभी परतों को नीचे से ऊपर क्रमबद्ध याद करने की कि कौन सी परत पहले है और कौन सी बाद में ! तो दोस्तो इसके Solution के लिये हम आपको नीचे एक ट्रिक बता रहे हैं जिससे कि आप सभी परतों को नीचे से ऊपर क्रमबद्ध रूप से याद रख पाऐंगे ! 

तो चलिये शुरु करते है –

GK TRICK 

छोड सबको में आया बाहर

Explanation

छोड – छोभ मंडल
सबको – समताप मंडल
में – मध्य मंडल
आया – आयन मंडल
बाहर – बाहय मंडल

तो अब आप इससे संबंधित Question कभी नहीं भूलेंगें !

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